एआई से करोडों नौकरियों के खत्म होने की संभावनाएं
यह सच है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और ऑटोमेशन से कुछ नौकरियां खत्म होंगी।
वर्ड इकोनॉमिक फोरम के एक रिपोर्ट के अनुसार आने वाले 5 वर्षों में 1.4 करोड़ नौकरियां आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के कारण चली जाएंगी। वहीं ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के एक सर्वे के अनुसार आने वाले 10 सालों में कुल वैश्विक वर्कफोर्स का 45 प्रतिशत अपनी नौकरियां गंवा देगा। ये नौकरियां एआई और ऑटोमेशन से प्रभावित होंगी। वहीं आगामी 15 वर्षों में नौकरियों का स्वरूप बिल्कुल अलग होगा। जैसे सड़कों के चौराहों पर यातायात को दिशा देने के लिए तैनात होते ट्रैफिक हवलदारों की वो पोजिशन इलेक्ट्रिक सिग्नलों ने आकर खत्म कर दी है। इसी तरह अकाउंटेंट, डाटा एंट्री ऑपरेटर, सेतल्समैन, कैशिअर, मैन्यूफैक्चरिंग वर्कर, ट्रैवलिंग एजेंट, पोस्टमैन, टेली मार्केटर्स व टैक्स प्रिपेअर्स आदि की नौकरियां आने वाले 15 वर्षों में एआई और ऑटोमेशन के कारण खत्म हो जाएंगी। एआई ने साल 2000 से अब तक भारत में लगभग 17 लाख नौकरियां खत्म की हैं। ये नौकरियां ऑटोमेशन से रिप्लेस हो गई हैं। यानी जो काम कर्मचारी कर रहे थे उन्हें कंप्यूटर और मशीनें कर रही हैं।
AI और ऑटोमेशन से प्रभावित होने वाली नौकरियां मुख्य रूप से वे हैं जो:
- दोहरावदार और नियम-आधारित हैं
- कम कौशल और शिक्षा की आवश्यकता होती है
- मानव द्वारा किए जाने पर समय लेने वाली और महंगी होती हैं
इन नौकरियों में शामिल हैं:
- ट्रैफिक हवलदार
- अकाउंटेंट
- डाटा एंट्री ऑपरेटर
- सेतल्समैन
- कैशिअर
- मैन्यूफैक्चरिंग वर्कर
- ट्रैवलिंग एजेंट
- पोस्टमैन
- टेली मार्केटर्स
- टैक्स प्रिपेअर्स
AI ने साल 2000 से अब तक भारत में लगभग 17 लाख नौकरियां खत्म की हैं।
कुछ सुझाव जो आपको AI और ऑटोमेशन के लिए तैयार रहने में मदद कर सकते हैं:
- अपने मौजूदा कौशल को अपडेट करें।
- नए कौशल सीखें।
- अपनी शिक्षा जारी रखें।
- अपने करियर के विकल्पों के बारे में सोचें।
- लचीला और अनुकूलनीय बनें।
AI और ऑटोमेशन से नौकरियां खत्म होने की यह प्रक्रिया अपरिहार्य है।
लेकिन अगर हम इसके लिए तैयार रहेंगे और नई कौशल सीखेंगे, तो हम इस बदलाव का लाभ उठा सकते हैं। यह जानकारी आपके लिए उपयोगी है?