चिकित्सा क्षेत्र में करियर: डॉक्टर बनने का सफर
मेरे नजर में Doctorइस धरती पर भगवान का ही रूप है,,,,,, जितना महत्व हमारे जीवन में भगवान का है उतना ही महत्व एक Doctor का भी है…. एक Doctor बनने के लिए छात्रों को पूरी लगन और मेहनत के साथ पढाई करना होता है. Medical की पढ़ाई में मेहनत के साथ साथ खर्च भी ज्यादा है। एक Doctor बनने की चाहत रखने वाले छात्र को दृढ़निश्चयी, परिश्रमी और धैर्यवान होना ही चाहिये क्योंकि डाक्टर बननें के लिए छात्रों को बारहवीं में Physics, Chemistry और Biology (PCB) पढ़ना होता है जो कही से भी आसान नही है,,, यही नहीं छात्रों को प्रत्येक विषय में न्यूनतम 50 प्रतिशत अंक होना जरूरी भी होता है,,,,, एक Doctor बनने के लिये छात्र की आयु 17 वर्ष से कम नहीं होनी चाहिए….. Doctor बनने के लिए आपका communication skills, emotional intelligence, problem solving skills, attention to detail skills, decision making skills अच्छा होना अनिवार्य है.
आज के इस Competition के दौर में Doctor बननें के लिए आपको छठी कक्षा से ही PCB (Physics,Chemistry और Biology) कि तैयारी शुरु कर देना चाहिये और क्लास 6th से ही PCB पर पूरी पकड़ बना लेना चाहिये ….. क्योंकि जब आप दसवीं पास कर ग्यारहवीं में प्रवेश लेते है, तो साइंस स्ट्रीम में आपके समक्ष Medical और नॉन Medical के दो विकल्प मिलते है, इनमें से आपको Medical सेलेक्ट करना होता है,,,,,,, अगर आप एग्ज़ाम का Preparation कर रहे है तो, आपको एक टाइम टेबल के अनुसार करना चाहिए। और आपको अपने कमजोर विषयों पर विशेष ध्यान भी देना चाहिए, जिस Subject में आप कमजोर है उसे थोड़ा ज्यादा समय दे। साथ ही अपने टाइम टेबल का पूरी तरह से पालन करे और मेहनत से पढ़ाई करे। मेहनत करने वाले कभी असफल नहीं होते .
हम बात करते हैं Medical पाठ्यक्रमों में प्रवेश पाने का process की.
एक Doctor बनने की चाहत रखने वाले छात्र को बारहवीं कक्षा में आल इंडिया Medical एग्जाम या फिर State लेवल एग्जाम में अच्छे अंक प्राप्त करना आवश्यक होता है, क्योंकि इन्ही अंको के आधार पर आपको कॉलेज मिलता है. MBBS में एडमिशन के लिए अखिल भारतीय स्तर और राज्य स्तर पर कई परीक्षाएं ली जाती हैं, आपको CBSE Board द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित National Eligibility cum Entrance Test (NEET-UG) की परीक्षा उत्तीर्ण करके किसी मान्यता प्राप्त संस्था से MBBS की पढ़ाई करनी होती है ।
आल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ Medical साइंसेज यानि AIIMS जैसे बड़े संस्थान सीधे Medical की प्रवेश परीक्षा आयोजित करते हैं, अखिल भारतीय स्तर पर Central Board of Secondary Education यानि CBSE द्वारा प्रत्येक वर्ष All India Pre-Medical Test, Pre-Dental Test सबसे प्रमुख परीक्षा है, इसके अतिरिक्त उत्तर प्रदेश कम्बाइंड प्री-Medical टेस्ट (CPMT),गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी-दिल्ली,वर्धा Medical कॉलेज-वर्धा, Armed Forces-पुणे Medical एंट्रेंस आयोजित करने वाले प्रमुख संस्थानें हैं.
आम तौर पर MBBS कोर्स की अवधि साढ़े चार वर्ष होती है, इसके सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद अनिवार्य रूप से किसी Medical कॉलेज में एक वर्ष की इंटर्नशिप करना होता है, इस तरह MBBS का कोर्स कुल साढ़े पांच वर्षो में पूरा होता है। कोर्स सफलतापूर्वक पूरा करनें के बाद MCI यानि Medical Council of India द्वारा प्रमाणित Doctor के रूप में MBBS की डिग्री प्रदान की जाती है, इसके बाद अपनी इच्छानुसार प्रैक्टिस आरंभ कर सकते है, या फिर अपनी रुचि और योग्यता के अनुसार, MD, MS के रूप में पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स तथा उसके बाद रिसर्च कर सकते हैं.
याद रहे एक Doctor बनने का सफर सिर्फ डिग्री पाकर और ट्रेनिंग लेकर पूरा नहीं होता। समाज में अपनी Authentication दिखानें के लिए आपको रजिस्टर होना और किसी विशेष डिपार्टमेंट से सर्टिफाइड होना आवश्यक है। जो यह प्रमाण देता है कि आप अपनी सेवा समाज में देने योग्य हैं और आप पर भरोसा किया जा सकता है।