AI: करियर का सुनहरा मौका!

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आज दुनिया भर में सबसे ज़्यादा चर्चा में है। यह तकनीक हमारे जीवन के हर पहलू को बदल रही है और नए करियर के अवसर पैदा कर रही है।

क्या आप AI में करियर बनाना चाहते हैं?

यह ब्लॉग आपको AI के बारे में सब कुछ बताएगा, जिसमें यह क्या है, इसके प्रकार, इसमें करियर कैसे शुरू करें, प्रमुख कोर्स, संस्थान और सैलरी पैकेज शामिल हैं।

AI  यानि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है? एआई के कितने प्रकार मौजूद है ? कैसे करें Ai में करियर की शुरुआत? एआई में प्रमुख कोर्सेज? मतलब साफ है कि इस ब्लॉग में मैं आपको आज की जरूरत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बनने की हर जानकारियाँ देने वाला हूँ  ।

दोस्तों, इन दिनों दुनियाभर में एआई यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का डंका बज रहा है. पिछले कुछ सालों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने आम लोगों की जिंदगी में अपनी खास जगह बना ली है. यहां तक कि बच्चे भी स्कूल होमवर्क पूरा करने के लिए एआई टूल चैटजीपीटी की मदद ले रहे हैं (AI Tool ChatGPT). आज आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तेजी से लाइफस्टाइल का हिस्सा बनता जा रहा है. अब इस तकनीक के प्रति दुनिया भर के लोगों की दीवानगी बढ़ती जा रही है.

दोस्तों, इस ब्लॉग  के माध्यम से हम आपके लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के संबंधित सभी जानकारियाँ साझा करने आए है।  यकीन मानिए इस ब्लॉग  को पढ़ने के बाद आपको आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बारे मे किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए कहीं और भटकने की जरूरत नहीं पड़ेगी। तो आइए हम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से संबंधित सम्पूर्ण जानकारियों का सफर शुरू करे,

कोरोना संकट के बाद इसका उपयोग और तेजी से बढ़ा है. देश-विदेश में करियर के नये अवसर उभरने लगे हैं. अगर आप आईटी सेक्टर के नए क्षेत्र में करियर (Career in IT Sector) की राह ढूंढ रहे हैं तो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कोर्स (AI Course) करके अपना भविष्य चमका सकते हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक, अगले कुछ वर्षों में एआई का दायरा बढ़कर तीन गुना हो जाएगा. पिछले कुछ वर्षों में जिस तरह से इस सेक्टर में नौकरियों की डिमांड बढ़ी है, उससे पता चलता है कि आने वाले समय में इसका वर्चस्व बढ़ता ही जाएगा. इस तरह संभावनाओं से भरे इस सेक्टर में अपने भविष्य को सुरक्षित और शानदार बनाया जा सकता है.

आइए सबसे पहले जानते हैं-आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है?

आमतौर पर लोग एआई (AI) का मतलब कृत्रिम तरीके से विकसित की गई बौद्धिक क्षमता समझते है. लेकिन वास्तव में यह डाटा मैनेजमेंट और मेन्यूपुलेशन है. इंजीनियरिंग की कई ब्रांचेज़ जैसे इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रिकल्स, कंप्यूटर इंजीनियरिंग, सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग, रोबोटिक्स, मैथेमेटिक्स आदि को एक जगह मिलाकर आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का निर्माण किया जाता है. इसमें कंप्यूटर की प्रोग्रामिंग अलग-अलग परिस्थितियों के अनुसार अपनी प्रतिक्रिया चुनने के लिए की जाती है. दूसरे शब्दों में कहा जाए तो एक मशीन (कम्प्यूटर, रोबोट या कोई चिप) बनाकर उसमें किसी खास मकसद से संबंधित दुनिया भर का डाटा फीड कर एक सॉफ्टवेयर तैयार किया जाता है. यह सॉफ्टवेयर उपलब्ध डाटा के आधार पर परिस्थितियों का सटीक आंकलन करने में सक्षम होता है. इसके आधार पर अलग-अलग कंडीशन में एक्यूरेट एक्शन लेता है. इसी प्रोसेस को आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (Artificial Intelligence) या एआई (AI) कहते हैं. AI में सब कुछ डाटा पर निर्भर करता है. अगर डाटा गलत तो आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस सही दिशा में काम नहीं कर पाएगा.

अब जानते हैं – एआई के प्रकार को –

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कई तरह के होते हैं, लेकिन उनमें रिसर्च एआई (Research AI) और अप्लायड एआई (Applied AI) दो महत्वपूर्ण हैं जो उसकी क्षमताओं और व्यावहारिकता पर आधारित हैं. रिसर्च एआई का प्रयोग किसी नये नियम की खोज, नया डिजाइन बनाने या किसी डिवाइस को बेहतर बनाने के लिए किया जाता है. इसी तकनीक के आधार पर गूगल सर्च रिजल्ट्स को और बेहतर बनाया जाता है. वहीं जब एआई का प्रयोग आम जीवन में उपयोग के लिए करते हैं तो उसे अप्लायड एआई कहा जाता है. अमेजन की एलेक्सा (Amazon Alexa), एप्पल की सिरी (Apple Siri) और एलन मस्क की सेल्फ ड्राईविंग कार (Tesla) जैसी कई डिवाइसेज़ में अप्लायड एआई का प्रयोग होता है.

दोस्तों , अब हम जानते हैं कि कैसे करें Ai में करियर की शुरुआत-

एआई (AI) कोर्स करने और इसमें शानदार करियर बनाने के लिए कंप्यूटर साइंस और मैथेमेटिक्स की जानकारी आवश्यक है. इंजीनियरिंग की डिग्री लेने के बाद आप इसमें करियर की शुरुआत कर सकते हैं. यह डिग्री कंप्यूटर साइंस, सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी, गणित, इलेक्ट्रोनिक्स, इलेक्ट्रिकल्स जैसे सब्जेक्ट्स में होनी चाहिए. कुछ जगहों पर कोर्सेज में एडमिशन के लिए एंट्रेस एग्जाम क्वालिफाई करना होता है.

हालांकि कंप्यूटर साइंस से ग्रेजुएट उम्मीदवार भी इस फील्ड में काम कर सकते हैं. बीटेक/ एमटेक ग्रेजुएट्स, बीसीए/ एमसीए ग्रेजुएट्स, बीएससी आईटी/ एमएससी आईटी ग्रेजुएट्स, सॉफ्टवेयर इंजीनियर/डेवलपर/आर्किटेक्ट्स आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कोर्स कर सकते हैं. अगर उम्मीदवार के पास ग्रेजुएशन की डिग्री के साथ स्टैटिस्टिक्स, प्रोबेबिलिटी थ्योरी, लीनियर अल्जेब्रा और पाइथन प्रोग्रामिंग लैंग्वेज की बेसिक जानकारी के अलावा यूनिक्स टूल्स स्किल्स और एडवांस्ड सिग्नल प्रोसेसिंग टेक्नीक्स की अच्छी समझ हो तो वह इस क्षेत्र में टॉप लेवल तक पहुंच सकता हैं. यहां संभावनाओं और करियर ग्रोथ की कोई सीमा नहीं है.

अब जानते हैं – एआई में प्रमुख कोर्सेज के बारे में

1- मशीन लर्निंग और एआई में पीजी कोर्सेज –

2-फाउंडेशन ऑफ़ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड मशीन लर्निंग –

3-आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड मशीन लर्निंग में पोस्ट ग्रेजुएट कोर्सेज –

4-फुल स्टैक मशीन लर्निंग एंड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कोर्सेज –

5- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड डीप लर्निंग में पोस्ट ग्रेजुएट सर्टिफिकेट कोर्सेज –

दोस्तों अब हम जानते हैं – एआई के प्रमुख संस्थान को

आईआईटी, खड़गपुर, दिल्ली, मुंबई, कानपुर, मद्रास, गुवाहाटी, रुड़की/इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस, बंगलुरू /नेताजी सुभाष इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, नई दिल्ली /बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस (बिट्स), पिलानी / सीएआईआर (सेंटर फॉर आर्टिफिशल इंटेलिजेंस ऐंड रोबोटिक्स), बंगलुरू – नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग, मैसूर / इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी, इलाहाबाद / यूनिवर्सिटी ऑफ हैदराबाद- अगर आप चाहें तो किसी विदेशी विश्वविद्यालय से भी एआई में मास्टर डिग्री हासिल कर सकते हैं. इसकी फ्री ऑनलाइन कोर्सेज भी उपलब्ध हैं. कुछ टॉप कोर्सेज से संबंधित जानकारी हम यहां आपसे साझा कर रहे हैं. अधिक जानकारी के लिए आप सबंधित संस्थान की वेबसाइट देख सकते हैं.

– गूगल फ्री मशीन लर्निंग कोर्स: Google एआई आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की समझ विकसित करने के लिहाज से काफी अच्छा है. यह प्रोग्राम एआई के बेसिक कोर्स को पूरा करने जैसा है. गूगल मशीन लर्निंग थोड़ा एडवांस कोर्स है. यह उन लोगों के लिए है जो अपनी स्किल्स को और बेहतर बनाना चाहते हैं.

– उडेसिटी फ्री ऑनलाइन एआई कोर्स: इस कोर्स की अवधि करीब 4 माह है. मशीन लर्निंग तथा डाटा एनालिस्ट पेशेवरों के लिए यह कोर्स उपयोगी है क्योंकि इसमें बेसिक कॉन्सेप्ट्स के साथ बिजनेस में इसके बढ़ते इस्तेमाल की जानकारी दी जाती है.

सैलरी पैकेज (Artificial Intelligence Salary)

यह हाई पैकेज वाला करियर है. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में डिग्री रखने वाले पेशवर की शुरुआती दौर में ही 50-60 हजार रुपये से लेकर 1 लाख रुपये प्रतिमाह तक सैलरी हो सकती है. अगर आप मल्टीनेशनल कंपनियों में ज्वॉइन करते हैं, तो वहां आपको काफी अच्छा सैलरी पैकेज मिल सकता है. एआई प्रोफेशनल्स के लिए नौकरी की सबसे पसंदीदा जगह बंगलुरू है. इसके बाद दिल्ली, मुंबई और हैदराबाद का नंबर आता है. इन जगहों पर 12 लाख से लेकर 20 लाख सालाना पैकेज आसानी से मिल जाता है.

Data Scientist Salary: डेटा साइंटिस्ट बड़े स्तर पर रॉ डेटा कलेक्ट करने का काम करते हैं. आज के दौर में किसी भी कंपनी की ग्रोथ के लिए उनके पास कस्टमर्स का डेटा होना जरूरी माना जाने लगा है (Date Scientist Jobs). ये आपकी सर्च/ शॉपिंग हिस्ट्री देखकर आपको आगे के लिए राय देते हैं. एंट्री लेवल पर डेटा साइंटिस्ट 5-7 लाख रुपये सालाना कमाते हैं. अनुभव के साथ यह सैलरी 60-70 लाख रुपये तक भी पहुंच जाती है.

Machine Learning Engineer: मशीन लर्निंग इंजीनियर सेल्फ रनिंग सॉफ्टवेयर डिजाइन करने में एक्सपर्ट होते हैं (Machine Learning Projects). इसको बेहतर तरीके से समझने के लिए चैटबॉट, वर्चुअल असिस्टेंट, ड्राइवरलेस कार, ट्रैफिक प्रेडिक्शन जैसे ऐप्स की मदद ली जा सकती है. इन दिनों मशीन लर्निंग का इस्तेमाल काफी बढ़ गया है और लोग इस पर निर्भर होने लगे हैं. इसमें करियर बनाने के लिए कंप्यूटर साइंस, डेटा प्रोग्रामिंग और मैथ्स का बैकग्राउंड होना जरूरी है. शुरुआती लेवल पर 4-5 लाख सैलरी मिल सकती है.

Robotics Engineering Salary: दुनियाभर के कई रेस्त्रां में अब रोबोट खाना सर्व करते हुए नजर आने लगे हैं. कुछ देशों में तो लोग घर के कामों के लिए भी रोबोट रखने लगे हैं. रोबोटिक इंजीनियर ऐसे रोबोट बनाने का काम करते हैं, जो लोगों की मदद कर सकें. रोबोटिक इंजीनियरिंग करने के लिए कंप्यूटर इंजीनियरिंग या मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिग्री होनी अनिवार्य है. इसमें शुरुआती लेवल पर ृ4 से 5 लाख रुपये सालाना कमा सकते हैं.

AI Engineer Salary: एआई इंजीनियर को प्रॉब्लम सॉल्वर भी कहा जाता है. बीते कुछ समय में इनकी डिमांड काफी बढ़ गई है. ये इंजीनियर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के अलग-अलग मॉडल को टेस्ट कर उनके काम को प्रभावी बनाते हैं (Artificial Intelligence Jobs). ये मशीन लर्निंग का इस्तेमाल करते हैं. एआई इंजीनियर को एंट्री लेवल पर 7 लाख रुपये सालाना तक के पैकेज वाली जॉब का ऑफर मिल सकता है.

AI के प्रकार:

  • रिसर्च AI: इसका उपयोग नए नियमों की खोज, नए डिजाइन बनाने और डिवाइसों को बेहतर बनाने के लिए किया जाता है।
  • अप्लाइड AI: इसका उपयोग वास्तविक जीवन में समस्याओं को हल करने के लिए किया जाता है, जैसे चैटबॉट्स, वर्चुअल असिस्टेंट, सेल्फ-ड्राइविंग कारें, आदि।

AI में करियर कैसे शुरू करें:

  • शिक्षा: AI में करियर बनाने के लिए कंप्यूटर विज्ञान या इंजीनियरिंग में डिग्री आवश्यक है।
  • कौशल: आपको मशीन लर्निंग, डेटा साइंस, प्रोग्रामिंग और गणित में मजबूत कौशल की आवश्यकता होगी।
  • अनुभव: आप इंटर्नशिप या प्रोजेक्ट करके अनुभव प्राप्त कर सकते हैं।

AI में प्रमुख कोर्स:

  • मशीन लर्निंग और AI में PG कोर्स
  • आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग की नींव
  • आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग में PG कोर्स
  • फुल स्टैक मशीन लर्निंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कोर्स
  • आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डीप लर्निंग में PG सर्टिफिकेट कोर्स

AI में प्रमुख संस्थान:

  • IIT खड़गपुर, दिल्ली, मुंबई, कानपुर, मद्रास, गुवाहाटी, रुड़की
  • Indian Institute of Science, Bangalore
  • Netaji Subhas Institute of Technology, New Delhi
  • Birla Institute of Technology and Science (BITS), Pilani
  • CAIR (Centre for Artificial Intelligence and Robotics), Bangalore
  • National Institute of Engineering, Mysore
  • Indian Institute of Information Technology, Allahabad
  • University of Hyderabad

सैलरी पैकेज:

AI में सैलरी पैकेज अच्छा होता है। शुरुआती स्तर पर, एक AI पेशेवर 50-60 हजार रुपये से लेकर 1 लाख रुपये प्रति माह तक कमा सकता है। अनुभव और कौशल के साथ, वेतन लाखों रुपये में जा सकता है।

निष्कर्ष:

AI एक तेजी से बढ़ता हुआ क्षेत्र है जिसमें कई अवसर हैं। यदि आप तकनीक में रुचि रखते हैं और समस्याओं को हल करने में महान हैं, तो AI आपके लिए एक शानदार करियर विकल्प हो सकता है।

अतिरिक्त जानकारी:

  • Google AI: https://ai.google/

यह ब्लॉग आपको AI के बारे में अधिक जानने में मददगार रहा होगा।

शुभकामनाएं!

 

 

 

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