सभी विश्वविद्यालयों को अपनी वेबसाइट पर इन विषयों की जानकारियां सार्वजनिक करनी ही होगी
छात्रों और अभिभावकों के लिए राहत की खबर है। अब कोई भी उच्च शिक्षण संस्थान और विश्वविद्यालय फीस, रैंकिंग, मान्यता, प्रवेश, पाठ्यक्रम, शोध, पेटेंट, विदेशी उच्च शिक्षण संस्थानों से समझौते व शिक्षकों की शैक्षिक योग्यता के नाम पर अब छात्रों और अभिभावकों को धोखा नहीं दे सकेंगे। विश्वविद्यालयों को अपनी वेबसाइट पर इन 11 विषयों की जानकारी अपलोड करनी अनिवार्य होगा। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अनुसार अभिभावकों, छात्रों, शोधार्थियों, विशेषज्ञों, पूर्व छात्र, आम लोगों समेत अन्य हितधारकों से उच्च शिक्षा में बदलाव को लेकर विश्वविद्यालयों से जानकारी मांगी गई थी। लेकिन रिपोर्ट में पता चला कि अधिकतर विश्वविद्यालयों की वेबसाइट पर फीस, दाखिला, प्रोस्पेक्टस, रिसर्च, फैकल्टी, लाइब्रेरी, वार्षिक रिपोर्ट समेत अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां अपलोड नहीं की गई है। इसी कारण छात्र और अभिभावक अक्सर भ्रमित होते हैं। इसके अलावा हितधारकों को काफी असुविधा और अनिश्चितता का सामना भी करना पड़ता है। इसीलिए सभी उच्च शिक्षण संस्थानों और विश्वविद्यालयों को अपनी वेबसाइट पर 11 विषयों की जानकारियां अपलोड करके सार्वजनिक करनी अनिवार्य कर दिया है।
अब कोई भी उच्च शिक्षण संस्थान और विश्वविद्यालय:
- फीस
- रैंकिंग
- मान्यता
- प्रवेश
- पाठ्यक्रम
- शोध
- पेटेंट
- विदेशी उच्च शिक्षण संस्थानों से समझौते
- शिक्षकों की शैक्षिक योग्यता
यह निर्णय विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) द्वारा लिया गया है।
यूजीसी के अनुसार:
- अभिभावकों
- छात्रों
- शोधार्थियों
- विशेषज्ञों
- पूर्व छात्र
- आम लोगों
- अन्य हितधारकों
रिपोर्ट में पता चला कि:
- अधिकतर विश्वविद्यालयों की वेबसाइट पर
- फीस
- दाखिला
- प्रोस्पेक्टस
- रिसर्च
- फैकल्टी
- लाइब्रेरी
- वार्षिक रिपोर्ट
समेत अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां अपलोड नहीं की गई है।
इस कारण:
- छात्र और अभिभावक अक्सर भ्रमित होते हैं।
- हितधारकों को काफी असुविधा और अनिश्चितता का सामना भी करना पड़ता है।
अब आप विश्वविद्यालयों के बारे में जानकारी प्राप्त करने में आसानी होगी।
अधिक जानकारी के लिए:
- विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की वेबसाइट
- विश्वविद्यालय की वेबसाइट
यह जानकारी आपके लिए उपयोगी है?