विदेशों में पढ़ने जाने वाले के लिए कुछ बेहतरीन EXAMS
आज विदेशों में पढ़ाई करना बहुत से छात्रों का सपना होता है, लेकिन जानकारियों के अभाव मे वे विदेशो में पढ़ाई करने से चूक जाते है। दोस्तों मैं आपको बता दूँ आज विदेशों में पढ़ाई करने के लिए बहुत सारी सुविधाएँ उपलब्ध है जैसे आसान लोंन , स्कॉलरशिप Exams आदि. इस POST में हम आपको 12वीं के बाद ऐसे 6 Exams के बारे मे बताएंगे जिसे Clear कर आप सीधे फॉरेन यूनिवर्सिटी में Entry ले पाएंगे । इस EXAM के जरिए आप विदेशों में पढ़ने के अपने सपनों को पूरा कर सकते हैं। आइए शुरु करते हैं .
अगर आप विदेशों में पढ़ाई करना चाहते हैं और आप इसके लिए पैसे कम खर्च करना चाहते हैं तो आपको कुछ एंट्रेंस एग्जाम पास करने होंगे, जिसमें GRI, GMAT, SAT, MCAT, TOEFL और IELTS जैसे परीक्षा शामिल है। अगर आप इन एंट्रेंस एग्जाम को पास कर लेते हैं तो इसका मतलब माना जाता है कि आप दुनिया के अलग-अलग देशों में पढ़ाई करने के लिए एलिजिबल हैं।
IELTS और TOEFL एग्जाम –
अगर आप अमेरिका और कनाडा की यूनिवर्सिटियों में दाखिला लेना चाहते हैं तो TOEFL का टेस्ट देना होगा। TOEFL का फूल फॉर्म Test of English as a Foreign Language होता है। इस परीक्षा के माध्यम से स्टूडेंट्स की अंग्रेजी भाषा की जानकारी चेक की जाती है। इस परीक्षा के जरिए यह देखा जाता है कि स्टूडेंट्स की स्टैंडर्ड अमेरिकन इंग्लिश पर कैसी पकड़ है। यह परीक्षा उन स्टूडेंट्स को देना होता है, जिनकी मातृभाषा इंग्लिश नहीं होती है और जो इंग्लिश को SECOND लैंग्वेज के तौर पर USE करते हैं। इस परीक्षा को 130 से ज्यादा देशों में लगभग 7,500 से ज्यादा कॉलेज/यूनिवर्सिटीज़ मान्यता देती है। अमेरिका के लगभग 2500 कॉलेजों और यूनिवर्सिटीज़ में एडमिशन के लिए यह टेस्ट देना जरूरी होता है। यह टेस्ट ‘एजुकेशनल टेस्टिंग सर्विस यानि ईटीएस कंडक्ट कराती है। साथ ही यह स्टूडेंट्स को उनका स्कोर रिपोर्ट भेजने का काम भी यही करती है।
IELTS – आईईएलटीएस का फुल फॉर्म (Full form of IELTS) इंटरनेशनल इंग्लिश लैंग्वेज टेस्टिंग सिस्टम है। एक अंग्रेजी भाषा की परीक्षा है जिसे ऐसे देश में अध्ययन करने या काम करने पर विचार करने वाले अंतरराष्ट्रीय उम्मीदवारों द्वारा लिया जाना आवश्यक है जहां अंग्रेजी संचार की मुख्य भाषा है। सबसे लोकप्रिय देश जहां विश्वविद्यालय में प्रवेश के लिए आईईएलटीएस स्वीकार किया जाता है, वे यूके , ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, यूएसए और कनाडा हैं। आईईएलटीएस एक्ज़ाम क्या है? (What is IELTS exam in Hindi) से संबंधित परीक्षा में परीक्षार्थियों की चार बुनियादी अंग्रेजी भाषा कौशल – सुनना, पढ़ना, बोलना और लिखना में संवाद करने की क्षमता को मापा जाता है।
SAT और ACT एग्जाम
SAT एग्जाम उन छात्रों के लिए है जो क्लास 12 वीं के बाद विदेशों में पढ़ाई करने की योजना बना रहे हैं। जिन छात्रों को यूएस, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर, न्यूजीलैंड, नीदरलैंड और यूके के कॉलेजों से ग्रेजुएशन करना हो वैसे छात्र इस परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं। SAT का फुल फुल फॉर्म Scholastic Aptitude Test है। यह TEST छात्रों के मैथमेटिकल राइटिंग और रीडिंग स्किल्स के लिए किया जाता है। आपको बता दें कि SAT की परीक्षा साल में 7 बार होती है – जनवरी, मार्च, मई, जून, अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर माह में।
GRE एग्जाम–
GRE का फूल फॉर्म Graduate Record Examination है। यह परीक्षा Educational Testing Service द्वारा कंडक्ट किया जाता है। यह परीक्षा उन छात्रों से ली जाने वाली परीक्षा है जो अमेरिका में MBA,PhD आदि कोर्स करना चाहते हैं। दोस्तों आपको बता दें यह दुनिया की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है जो ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों MODE में होता है। इस परीक्षा को कोई भी दे सकता है जिसके पास बैचलर्स की डिग्री हो। इस परीक्षा के लिए उम्र की कोई बाध्यता नहीं है। अब फ्रांस, चीन, ऑस्ट्रेलिया और जर्मनी आदि देशों के विश्वविद्यालयों ने भी प्रवेश के लिए GRE परीक्षा के अंक स्वीकार करना शुरू कर दिया है।
GMAT एग्जाम – GMAT का पूरा नाम Graduate Management Admission Test है। यह एक ऑनलाइन एग्जाम है, जिसको पास करने के बाद आप दुनियाभर के टॉप बिजनेस और मैनेजमेंट स्कूल्स में एडमिशन ले सकते हैं। GMAT परीक्षा के द्वारा दुनिया भर में लगभग 2,300 MBA कॉलेजों में 7,000 से अधिक प्रोग्रामों के लिए एडमिशन ली जाती है। इस EXAM के जरिए आपके एनालिटिकल रीजनिंग और क्रिटिकल थिंकिंग की जांच की जाती है। इस परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर आपको टॉप मैनेजमेंट कॉलेजों से MBA की पढ़ाई करने का मौका मिलेगा।