भारत के राष्ट्रपति

क्या आपको भारत के राष्ट्रपतियों के बारे में बेहतरीन फेक्ट्स जानना है। भारत का राष्ट्रपति मतलब राष्ट्र का मुखिया, भारत का प्रथम नागरिक। बात करे राष्ट्रपति के बारे में संवैधानिक प्रावधानों के बारे में तो राष्ट्रपति के बारे में संविधान के अनुच्छेद 52-78 में उल्लेख किया गया है। राष्ट्रपति का चुनाव संसद और राज्य के विधानमंडल के चुने हुए प्रतिनिधियों द्वारा किया जाता हैं। निर्वाचक मंडल भारत के राष्ट्रपति का चुनाव करता है और इनके सदस्यों का प्रतिनिधित्व अनुपातिक होता है। उनका वोट सिंगल ट्रांसफीरेबल होता है। राष्ट्रपति का कार्यकाल 5 वर्ष का होता है और राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के बिना भारत में कोई भी कानून लागू नहीं हो सकता है।
भारत के सभी राष्ट्रपतियों की सूची (1947-2023) कार्यकाल एवं उनका राजनितिक सफर
1. डॉ राजेन्द्र प्रसाद
भारत के एकमात्र राष्ट्रपति थे, जिन्होंने दो कार्यकालों तक राष्ट्रपति पद पर कार्य किया। वह संविधान सभा के अध्यक्ष भी थे और भारतीय स्वाधीनता आन्दोलन के प्रमुख नेता भी थे। उनको 1962 में भारत रत्न दिया गया था.
2. डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन
भारत के दूसरे राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म 5 सितम्बर 1888 को हुआ था और इसी दिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। उनको 1954 में भारत रत्न दिया गया था।
3. डॉ. जाकिर हुसैन
डॉ जाकिर हुसैन भारत के पहले मुस्लिम राष्ट्रपति थे और इनकी मृत्यु पद पर रहते हुए हुई थी। इसके बाद तात्कालिक उपराष्ट्रपति वी.वी गीरि को कार्यवाहक राष्ट्रपति बनाया गया था, उसके बाद सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश मोहम्मद हिदायतुल्लाह 20 जुलाई 1969 से 24 अगस्त 1969 तक कार्यवाहक राष्ट्रपति बने।
4. वी वी गिरि
वी. वी गिरी भारत के चौथे राष्ट्रपति थे. इनका पूरा नाम वराहगिरी वेंकटगिरी है. ये भारत के पहले कार्यवाहक राष्ट्रपति थे 1975 में इन्हे भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।
5. फखरुद्दीन अली अहमद
फखरुद्दीन अली अहमद भारत के पांचवे राष्ट्रपति थे. ये भारत के ऐसे दूसरे राष्ट्रपति हैं जिनकी मृत्यु राष्ट्रपति के पद पर हुई थी। इनकी मृत्यु के बाद बी.डी जत्ती को भारत का कार्यवाहक राष्ट्रपति बनाया गया था।
6. नीलम संजीव रेड्डी
भारत के छठे राष्ट्रपति थे और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री भी रहे हैं, वे भारत के ऐसे राष्ट्रपति थे, जिन्हें राष्ट्रपति के उम्मीदवार होते हुए प्रथम बार विफलता प्राप्त हुई और दूसरी बार उम्मीदवार बनाए जाने के बाद वह राष्ट्रपति पद पर निर्वाचित हुए थे।
7. ज्ञानी जैल सिंह
ये राष्ट्रपति बनने से पहले पंजाब के मुख्यमंत्री और केंद्र में भी मंत्री थे. भारतीय डाक घर से संबंधी विधेयक पर उन्होंने पॉकेट वीटो का भी प्रयोग किया था. उनके राष्ट्रपति कार्यकाल में बहुत सी घटनाये घटी जैसे ऑपरेशन ब्लू स्टार, इंदिरा गाँधी की हत्या और 1984 में सिख विरोधी दंगा।
8. आर. वेंकटरमण
आर. वेंकटरमण 1984 से 87 तक भारत के उपराष्ट्रपति रहे थे. वह एक भारतीय वकील, स्वतंत्रता संग्रामी और महान राजनेता थे. उन्होंने अपने राष्ट्रपति काल में सर्वाधिक प्रधानमंत्री को उनकी पद की शपथ दिलाई थी.
9. डॉ शंकर दयाल शर्मा
वे राष्ट्रपति पद से पहले, भारत के आठवें उप राष्ट्रपति थे. वह 1956 से 67 तक वह कैबिनेट मिनिस्टर भी रहे. इंटरनेशनल बार एसोसिएशन ने उनको लीगल प्रोफेशन में बहु-उपलब्धियों के कारण ‘लिविंग लीजेंड ऑफ़ लॉ अवार्ड ऑफ़ रिकग्निशन’ दिया था।
10. के. आर. नारायणन
के. आर. नारायणन भारत के प्रथम दलित राष्ट्रपति तथा प्रथम मलयाली व्यक्ति थे, जिन्हें देश का सर्वोच्च पद प्राप्त हुआ था. वे लोकसभा चुनाव मतदान करने वाले तथा राज्य की विधानसभा को सम्बोधित करने वाले पहले राष्ट्रपति थे.
11. डॉ ए. पी. जे. अब्दुल कलाम
डॉ ए. पी. जे. अब्दुल कलाम भारत के मिसाईल मेन नाम से भी जाने जाते हैं. वह पहले वैज्ञानिक थे, जिन्होंने राष्ट्रपति पद को संभाला और भारत के पहले राष्ट्रपति, जो सर्वाधिक मतों से जीते थे. उनके निर्देशन में रोहिणी-1 उपग्रह, अग्नि और पृथ्वी मिसाइलो का सफल प्रक्षेपण किया गया था. यहा तक कि 1974 एवं 1998 में भारत के परमाणु परीक्षण में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा था. 1997 में उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया था.
12. प्रतिभा सिंह पाटिल
प्रतिभा सिंह पाटिल भारत की पहली महिला राष्ट्रपति। वे राष्ट्रपति बनने से पहले राजस्थान की राज्यपाल थी. 1962 से 85 तक वह पांच बार महाराष्ट्र की विधानसभा की सदस्य रही और 1991 में लोकसभा के लिए अमरावती से चुनी गई थी. इतना ही नहीं वह सुखोई विमान उड़ाने वाली पहली महिला राष्ट्रपति भी हैं।
13. प्रणब मुखर्जी
प्रणब मुखर्जी राष्ट्रपति चुनाव लड़ने से पहले केंद्र सरकार में वित्त मंत्री के पद पर थे. उनको 1997 में सर्वश्रेष्ठ सांसद का पुरस्कार मिला। 26 जनवरी 2019 को इनको भारत रत्न से सम्मानित किया गया।
14. राम नाथ कोविंद
राम नाथ कोविंद का जन्म 1 अक्टूबर, 1945 को उत्तर प्रदेश में हुआ था। ये भारत के 14वें राष्ट्रपति थे। राम नाथ कोविंद 25 जुलाई, 2017 को राष्ट्रपति बने। राष्ट्रपति बनने से पहले वे बिहार के गवर्नर थे। राज्यपाल के रूप में, उनकी उपलब्धियां विश्वविद्यालयों में भ्रष्टाचार की जांच के लिए न्यायिक आयोग का निर्माण करना था।
15. द्रौपदी मुर्मू
द्रौपदी मुर्मू भारत की 15वीं राष्ट्रपति हैं, द्रौपदी मुर्मू का जन्म 20 जून 1958 को ओडिसा के मयूरभंज जिले के उपरबेड़ा गांव में एक संथाली आदिवासी परिवार में हुआ था। वह झारखंड की पूर्व राज्यपाल रही हैं. उन्हें वर्ष 2007 में, ओडिशा विधान सभा द्वारा सर्वश्रेष्ठ विधायक के लिए नीलकंठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। ये भारत की दूसरी महिला राष्ट्रपति है।