बच्चों का साथ दें
किसी भी लक्ष्य को पाने के लिए एक विद्यार्थी के साथ उसके टीचर्स, उसके दोस्त, उसका परिवार का साथ बेहद आवश्यक है, लेकिन इन सभी में अगर सबसे महत्वपूर्ण भूमिका माता-पिता की होती है। स्टूडेंट्स को लक्ष्य तक पहुंचाने में अविभावकों के महत्वपूर्ण भूमिका है। अगर माता-पिता अपने बच्चों पर ध्यान नहीं देते हैं तो कई बार ऐसा देखा गया है कि स्टूडेंट्स निरंतर पीछे छूटता चला जाता है और धीरे-धीरे वह अवसाद ग्रस्त हो जाता है। इन सबसे अपने बच्चों को बचाने के लिए आपको उनकी हर छोटी-बड़ी चीज का ध्यान रखना होगा।
दोस्ताना व्यवहार रखें
अपने बच्चे को हमेशा डांटने से बचें। माता-पिता अपने बच्चे से दोस्ताना व्यवहार करें और एक दोस्त की तरह उनकी समस्याएं सुनें और समय पर हंसी-मजाक भी करें जिससे उसका मूड लाइट रह सके।
- अपने बच्चे को हमेशा डांटने से बचें।
- एक दोस्त की तरह उनकी समस्याएं सुनें .
- समय पर हंसी-मजाक करें ।
साथ दें
कुछ माता-पिता अपने बच्चों को पढ़ाई के लिए अकेला छोड़ देते हैं। लेकिन आपको ऐसा करने से बचना चाहिए। 24 घंटे में कम से कम 2 से 4 घंटे अपने बच्चों को अवश्य दें और उनकी बातें सुनें। अगर उनको किसी भी प्रकार की समस्या हो रही है तो उसे दूर करने का प्रयास करें।
- कुछ माता-पिता अपने बच्चों को पढ़ाई के लिए अकेला छोड़ देते हैं।
- आपको ऐसा करने से बचना चाहिए।
- 24 घंटे में कम से कम 2 से 4 घंटे अपने बच्चों को अवश्य दें और उनकी बातें सुनें।
- समस्या को दूर करने का प्रयास करें।
खान-पान का विशेष रूप से रखें ध्यान
माता-पिता अपने बच्चों के खान-पान का विशेष रूप से ध्यान रखें जिससे वे शारीरिक रूप और मानसिक रूप से स्वस्थ रह सकें। शारीरिक स्वास्थ्य के लिए उन्हें व्यायाम या अन्य चीजें खेलने के लिए प्रेरित करें।
- अपने बच्चों के खान-पान का विशेष रूप से ध्यान रखें।
- उन्हें पौष्टिक और संतुलित भोजन दें।
- उन्हें जंक फूड और फास्ट फूड से दूर रखें।
दूसरे बच्चों के साथ न करें तुलना
किसी भी अविभावक को अपने बच्चों की तुलना दूसरे बच्चों से नहीं करनी चाहिए। इससे आपका बच्चा डिमोटिवेट होता है और उसके मन में हीन भावना जन्म लेने लगती है जो उसके भविष्य के लिए हानिकारक साबित होगी।
- किसी भी माता-पिता को अपने बच्चों की तुलना दूसरे बच्चों से नहीं करनी चाहिए।
- इससे आपका बच्चा डिमोटिवेट होता है और उसके मन में हीन भावना जन्म लेने लगती है जो उसके भविष्य के लिए हानिकारक साबित होगी।
इन सुझावों का पालन करके आप अपने बच्चों को सफल होने में मदद कर सकते हैं।
शुभकामनाएं!