फ्री में सीखें एआई और मशीन लर्निंग; इसरो कर रहा पांच दिवसीय कोर्स की शुरूआत
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने मॉडर्न टेक्नोलॉजी और स्पेस रिसर्च को एक साथ बढ़ावा देने की दिशा में कदम उठाते हुए एक शानदार कोर्स की शुरूआत की है। इसरों ने छात्रों के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीन लर्निंग (ML) कोर्स शुरू करने की घोषणा की है। खास बात यह है कि यह कोर्स बिल्कुल फ्री है।
इसरो ने 19 से 23 अगस्त तक फ्री पांच दिवसीय ऑनलाइन प्रोग्राम शुरू करने की घोषणा की है। इस प्रोग्राम में क्या-क्या होगा, आवेदन कैसे कर सकते हैं और इसमें शामिल होने की पूरी प्रक्रिया क्या है ?
ISRO AI Course में क्या-क्या होगा?
इसरो द्वारा जारी प्रोग्राम एआई, एमएल, गहन शिक्षण, डेटा प्रोसेसिंग तकनीक और भू-स्थानिक डेटा प्रोसेसिंग में केस उदाहरण पेश करता है। इसे एआई, एमएल और डीएल से परिचित होने और प्रौद्योगिकी भू-स्थानिक अनुप्रयोगों, सिविल इंजीनियरिंग, कंप्यूटर विज्ञान, डेटा एनालिटिक्स, जियोइन्फॉर्मेटिक्स, जियोमैटिक्स आदि के छात्रों और रिसर्चर्स का उपयोग करने के इच्छुक पेशेवरों के लिए डिजाइन किया गया है। इस कोर्स के तहत छात्रों को निम्न क्षेत्रों की जानकारी हासिल होगी-
• एआई/एमएल और डीएल का परिचय
• मशीन लर्निंग में सुपरवाइज्ड अनसुपरवाइज्ड और रीइन्फोर्समेंट के तरीके।
• सीएनएन, आरएनएन, आर-सीएनएन, तेज आरसीएनएन, एसएसडी, योलो, आदि के माध्यम से गहन शिक्षण अवधारणाएं और उनके अनुप्रयोग अंतरिक्ष जनित लिडार सिस्टम।
• Google Earth इंजन के माध्यम से मशीन लर्निंग।
• मशीन/डीप लर्निंग मॉडल के लिए पायथन।
• ऑनलाइन क्लास का शेड्यूल
• इसरो के इस कोर्स में ऑनलाइन लेक्चर प्रतिदिन शाम 4 बजे से शाम 5:30 बजे तक आयोजित किए जाएंगे। कोर्स के कार्यक्रम के तहत 19 अगस्त को एआई/एमएल और डीएल का परिचय, 20 अगस्त को मशीन लर्निंग विधियां, 21 अगस्त को सीएनएन, आरएनएन, आर-सीएनएन, योलो जैसी डीप लर्निंग की अवधारणाएं और उनके अनुप्रयोग, 22 अगस्त को गूगल अर्थ इंजन के माध्यम से मशीन लर्निंग की समझ और 23 अगस्त को मशीन/डीप लर्निंग मॉडल के लिए पायथन की उपयोगिता के बारे में पढ़ाया जाएगा।
• इसके लिए आवेदन कैसे करना होगा?
• इच्छुक उम्मीदवार इसरो के इस कोर्स के लिए आवेदन कर सकते हैं। आवेदन पत्र जमा करने के बाद उम्मीदवार अपने आवेदन की स्थिति वेबसाइट elearning.iirs.gov.in/edusatregistration/. पर ऑनलाइन भी चेक कर सकते हैं। प्रतिभागी नोडल केंद्र के समन्वयक की मंजूरी के साथ, नोडल केंद्रों के माध्यम से भी कोर्स कर सकते हैं। सेल्फ रजिस्ट्रेशन के लिए अनुमोदन स्वचालित है और प्रतिभागियों को इसरो LMS के लिए लॉगिन क्रेडेंशियल प्राप्त होंगे।