नीट पीजी 2024: आंसर की नहीं, रिजल्ट जल्द होगा जारी

नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन इन मेडिकल साइंसेज (NBEMS) इस बार नेशनल एलिजिबिलिटी एंट्रेंस टेस्ट-पोस्टग्रेजुएट (NEET PG 2024) की आंसर-की जारी नहीं करने का फैसला किया है।  नीट पीजी का रिजल्ट जल्द ही आधिकारिक वेबसाइट natboard.edu.in. और nbe.edu.in. पर घोषित किया जाएगा। ज्ञात रहे एमडी, एमएस, एमडीएस और अन्य स्नातकोत्तर चिकित्सा कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए पीजी मेडिकल प्रवेश परीक्षा 11 अगस्त को 416 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की गई थी। जिसमें करीब 2.28 लाख उम्मीदवार शामिल हुए थे। नीट पीजी के अंकों को सामान्यीकृत किया जाएगा और उन्हें एम्स द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली सामान्यीकरण प्रक्रिया की तर्ज पर प्रतिशत अंकों में परिवर्तित किया जाएगा। प्रतिशत अंक उन उम्मीदवारों के प्रतिशत को दर्शाता है जिन्होंने परीक्षा में विशिष्ट प्रतिशत के बराबर या उससे कम अंक प्राप्त किए हैं। बंचिंग प्रभाव से बचने के लिए प्रतिशत अंक की गणना सात दशमलव स्थानों तक की जाएगी। सामान्यीकरण और योग्यता सूची तैयार करने की चरण-दर-चरण प्रक्रिया इस प्रकार है. उम्मीदवारों को अलग-अलग शिफ्टों में इस तरह से आवंटित किया जाएगा कि इन समूहों की संख्या लगभग बराबर हो। इस कदम से यह सुनिश्चित होगा कि परीक्षा देने वाले उम्मीदवारों के वितरण में कोई पक्षपात न हो। परिणाम कच्चे अंकों, प्रतिशत, विषयवार प्रतिशत और कुल प्रतिशत के रूप में तैयार किए जाएंगे। कुल प्रतिशत व्यक्तिगत विषयों के प्रतिशत का औसत नहीं होगा।

कैसे होगा अंकों का निर्धारण?

चूंकि आंसर-की जारी नहीं की जाएगी, इसलिए उम्मीदवारों के अंकों की गणना एक विशेष तरीके से की जाएगी। इस प्रक्रिया को सामान्यीकरण कहा जाता है। इस प्रक्रिया में, उम्मीदवारों के अंकों को प्रतिशत अंकों में परिवर्तित किया जाएगा। यह प्रक्रिया एम्स द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली सामान्यीकरण प्रक्रिया के समान होगी।

क्यों किया जाता है सामान्यीकरण?

सामान्यीकरण का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सभी उम्मीदवारों के अंकों की तुलना एक ही पैमाने पर की जा सके, भले ही वे अलग-अलग शिफ्ट में परीक्षा दिए हों। यह सुनिश्चित करने के लिए किया जाता है कि किसी भी उम्मीदवार के साथ अन्याय न हो।

सामान्यीकरण की प्रक्रिया

सामान्यीकरण की प्रक्रिया कुछ इस प्रकार होती है:

  1. शिफ्टों में विभाजन: उम्मीदवारों को अलग-अलग शिफ्टों में बांटा जाता है।
  2. प्रत्येक शिफ्ट का अलग-अलग मूल्यांकन: प्रत्येक शिफ्ट के लिए अलग-अलग परिणाम तैयार किए जाते हैं।
  3. प्रतिशत अंकों में रूपांतरण: कच्चे अंकों को प्रतिशत अंकों में परिवर्तित किया जाता है।
  4. सामान्यीकरण: सभी शिफ्टों के प्रतिशत अंकों को एक साथ मिलाकर एक अंतिम परिणाम तैयार किया जाता है।

क्यों नहीं जारी की जाती आंसर-की?

आंसर-की जारी न करने के पीछे कई कारण हो सकते हैं, जैसे:

  • सुरक्षा: आंसर-की जारी करने से परीक्षा पेपर लीक होने का खतरा बढ़ जाता है।
  • सामान्यीकरण: सामान्यीकरण प्रक्रिया में आंसर-की की आवश्यकता नहीं होती है।
  • समय की बचत: आंसर-की तैयार करने में समय और संसाधनों की बर्बादी होती है।

उम्मीदवारों के लिए क्या है महत्वपूर्ण?

उम्मीदवारों को रिजल्ट घोषित होने का इंतजार करना चाहिए। रिजल्ट आने के बाद ही वे जान पाएंगे कि वे काउंसलिंग के लिए योग्य हैं या नहीं।

निष्कर्ष

नीट पीजी 2024 का रिजल्ट जल्द ही जारी होने की उम्मीद है। उम्मीदवारों को धैर्य रखना चाहिए और आधिकारिक वेबसाइट पर नियमित रूप से अपडेट्स की जांच करते रहनी चाहिए।

 

 

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