दिल्ली विश्वविद्यालय में दाखिले का दूसरा चरण शुरू: अपनी पसंद के कॉलेज चुनें!

दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) में दाखिले की प्रक्रिया में एक नया मोड़ आ गया है। 2024-25 शैक्षणिक सत्र के लिए अंडर ग्रेजुएट कोर्सेज में दाखिले के लिए कॉमन सीट एलोकेशन सिस्टम (CSAS) का पहला चरण पूरा हो चुका है और अब दूसरा चरण शुरू हो गया है। दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) ने 2024-25 Academic Session) के लिए अंडर ग्रेजुएट के लिए कॉमन सीट एलोकेशन सिस्टम (CSAS) के पहले चरण के बाद अब दूसरे चरण की शुरुआत कर दी है। यह चरण छात्रों के लिए कॉलेजों में अपनी प्राथमिकताओं (प्रिफरेंस ) को फाइनल करने के लिए बहुत जरूरी है जिससे उनका कॉलेजों में एडमिशन निर्धारण होगा। फेस 1 को पूरा करने वाले छात्रों को अब अपने पसंदीदा कोर्स और कॉलेज को सिलेक्ट करना होगा।

जिन लोगों ने अभी तक CSAS पोर्टल पर पहले चरण के लिए पंजीकरण नहीं कराया है, वे विश्वविद्यालय के पोर्टल पर ऐसा कर सकते हैं। विश्वविद्यालय ने चरण 1 और चरण 2 को 7 अगस्त तक खुला रखने का फैसला किया है। विश्वविद्यालय 11 अगस्त को सिम्युलेटेड रैंक की घोषणा करेगा। 29 अगस्त से DU की क्लासेज शुरू हो जाएंगी। इस तरह से 20 जुलाई 2025 तक का पूरे साल का शेड्यूल अब DU की आधिकारिक वेबसाइट du.ac.in पर अपलोड कर दिया गया है।

 

दूसरे चरण में क्या करना है?

दूसरे चरण में छात्रों को अपनी पसंद के कॉलेज और कोर्सेज को चुनना होगा। यह एक महत्वपूर्ण चरण है क्योंकि इसी के आधार पर छात्रों को कॉलेज आवंटित किए जाएंगे।

अभी तक पंजीकरण नहीं कराया है तो क्या करें?

जिन छात्रों ने अभी तक CSAS पोर्टल पर पंजीकरण नहीं कराया है, वे अभी भी पंजीकरण कर सकते हैं। विश्वविद्यालय ने पंजीकरण की अंतिम तारीख 7 अगस्त निर्धारित की है।

महत्वपूर्ण तारीखें:

सिम्युलेटेड रैंक की घोषणा: 11 अगस्त

कक्षाएं शुरू होने की तारीख: 29 अगस्त

कहां से मिलेगी पूरी जानकारी?

दिल्ली विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट du.ac.in पर जाकर आप पूरी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। यहां आपको पूरा शेड्यूल भी मिल जाएगा जो 20 जुलाई 2025 तक का है।

क्या आप तैयार हैं दिल्ली विश्वविद्यालय में दाखिला लेने के लिए?

अगर आप दिल्ली विश्वविद्यालय में दाखिला लेना चाहते हैं, तो अभी से तैयारी शुरू कर दें। सभी जरूरी दस्तावेज तैयार रखें और समय-समय पर विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर अपडेट्स देखते रहें।

टिप्स:

पहले से ही कॉलेज और कोर्सेज की लिस्ट बना लें: इससे आपको कॉलेज चुनने में आसानी होगी।

कट-ऑफ मार्क्स की जानकारी जुटाएं: पिछले सालों के कट-ऑफ मार्क्स देखकर आप अंदाजा लगा सकते हैं कि आपको किस कॉलेज में दाखिला मिलने की संभावना है।

सहायता के लिए काउंसलिंग सेंटर का संपर्क करें: अगर आपको किसी भी तरह की समस्या आ रही है तो आप विश्वविद्यालय के काउंसलिंग सेंटर से संपर्क कर सकते हैं।

शुभकामनाएं!

यह जानकारी आपके लिए उपयोगी साबित होगी।

 

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