किसी पेपर खराब होने से बाकी एग्जाम पर न पड़ने दें असर

बोर्ड परीक्षाओं का तनाव छात्रों के लिए एक आम बात है, और यदि कोई पेपर खराब हो जाए तो यह तनाव और भी बढ़ जाता है। यह लेख उन छात्रों और उनके अभिभावकों के लिए है जिनके किसी विषय का पेपर खराब हो गया है। अगर आपके बच्चे का किसी विषय का पेपर खराब हो गया है तो आपको अपने बच्चे को डिमोटिवेट नहीं करना है और साथ ही उसे डांटना भी नहीं है, क्योंकि बोर्ड एग्जाम के दौरान ऐसा करने से आगे के पेपर्स पर भी इफेक्ट पड़ सकता है। आपको बच्चे के साथ बातचीत करके नॉर्मल रहने के लिए कहना है और उसे आगे की तैयारी करने के लिए प्रेरित करना है। हमारे देश में बोर्ड परीक्षाओं का सिलसिला लगातार जारी है। सीबीएसई सहित अन्य राज्य बोर्ड्स की परीक्षाओं का आयोजन किया जा रहा है। ऐसे में अगर किसी छात्र का एक पेपर खराब हो गया है तो वो उस पर ज्यादा ही सोच विचार करने लगता है जिससे कि उसके बाकी विषयों के पेपर्स पर भी इफेक्ट पड़ता है। ऐसे छात्रों को हार न मानकर उस पेपर को वहीं छोड़कर अन्य आने वाले विषयों पर ध्यान देना चाहिए, क्योंकि जो पेपर आपका बेकार हो चुका है उसे आप तुरंत नहीं सुधार सकते है। इसकी भरपाई आप आने वाले विषयों की बेहतर तैयारी करके कर सकते हैं। अगर आपका किसी विषय का पेपर खराब हो जाता है तो उसी समय ज्यादा टेंशन न लेकर आपको अन्य विषयों की तैयारी में जुट जाना है जिससे कि आपके बाकी विषयों के पेपर खराब न हों। परीक्षा संपन्न होने के बाद आपका जिस विषय का पेपर खराब हुआ हो उस पर तुरंत ही तैयारी शुरू कर दें। इस तैयारी का उपयोग आप रिजल्ट जारी होने के बाद होने वाले कंपार्टमेंट एग्जाम में कर सकते हैं। सीबीएसई सहित अन्य बोर्ड भी कंपार्टमेंट एग्जाम का आयोजन करते हैं। इसमें वे अभ्यर्थी भाग लेते हैं जो एक या दो विषयों में फेल हो जाते हैं या किसी का पेपर खराब होने पर उसमें कम अंक आये हों। इस प्रकार से आप अपने उस विषय में भी सुधार करके अपना रिजल्ट बेहतर कर सकते हैं।

पहली बात:

  • धैर्य रखें और हार न मानें: एक पेपर खराब होने का मतलब यह नहीं है कि आप पूरी परीक्षा में असफल हो जाएंगे।
  • खुद को या अपने बच्चे को डांटें नहीं: इससे आत्मविश्वास कम होगा और बाकी पेपर पर भी बुरा प्रभाव पड़ेगा।
  • सकारात्मक सोच रखें: गलतियों से सीखें और आगे की तैयारी पर ध्यान दें।

यहां कुछ सुझाव दिए गए हैं जो आपको आगे के पेपरों में बेहतर प्रदर्शन करने में मदद कर सकते हैं:

  • अपनी गलतियों का विश्लेषण करें: यह समझने की कोशिश करें कि आपने कहां गलती की और उसे कैसे सुधारा जा सकता है।
  • अपनी तैयारी पर ध्यान केंद्रित करें: बाकी विषयों की तैयारी में जुट जाएं और उन्हें अच्छे से पढ़ें।
  • समय प्रबंधन: समय का सदुपयोग करें और अपनी पढ़ाई के लिए एक निश्चित समय-सारणी बनाएं।
  • अच्छी नींद लें: स्वस्थ रहना और अच्छी नींद लेना महत्वपूर्ण है।
  • आत्मविश्वास रखें: खुद पर विश्वास रखें और अपनी क्षमताओं पर भरोसा करें।

यदि आपके बच्चे का पेपर खराब हो गया है, तो आप उन्हें:

  • प्रेरित करें और उनका मनोबल बढ़ाएं: उन्हें बताएं कि वे अभी भी सफल हो सकते हैं।
  • उनकी बात सुनें: उनकी भावनाओं को समझें और उन्हें अपनी चिंताओं को व्यक्त करने दें।
  • उनकी मदद करें: उन्हें अपनी गलतियों से सीखने और आगे की तैयारी करने में मदद करें।

याद रखें:

  • हर छात्र अलग होता है: किसी एक छात्र के लिए जो काम करता है वह दूसरे के लिए काम नहीं कर सकता।
  • अपनी तुलना दूसरों से न करें: अपनी प्रगति पर ध्यान दें और खुद को बेहतर बनाने का प्रयास करें।
  • हार न मानें: कड़ी मेहनत और लगन से आप अपनी सफलता सुनिश्चित कर सकते हैं।

यह भी ध्यान रखें:

  • कंपार्टमेंट परीक्षा का विकल्प: यदि आप किसी विषय में कम अंक प्राप्त करते हैं, तो आप कंपार्टमेंट परीक्षा दे सकते हैं।
  • अतिरिक्त सहायता: यदि आपको किसी विषय में कठिनाई हो रही है, तो आप शिक्षक या ट्यूटर से अतिरिक्त सहायता प्राप्त कर सकते हैं।

शुभकामनाएं!

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