इंजीनियर बनकर अपना स्वर्णिम भविष्य बनाएं और देश का मान बढ़ाएं

आज इंजीनियरिंग , डॉक्टरी , सिविल सेवा और सरकारी नौकरी का एक अलग क्रेज है. इंजीनियरिंग आज के युग में सबसे लोकप्रिय करियर विकल्पों में से एक है। यह एक ऐसा क्षेत्र है जो छात्रों को अपनी रचनात्मकता, समस्या-समाधान कौशल और तकनीकी ज्ञान का उपयोग करके दुनिया को बदलने का अवसर प्रदान करता है। अधिकतर बच्चों सहित उनके गारजियन का भी पहली पसंद  इंजीनियरिंग ही है और यह गलत भी नहीं है क्योंकि इंजीनियरिंग के बच्चों के पास करियर के बहुत से विकल्प होते हैं । सबसे पहले आपको बता दें कि पोलिटेक्निक और  ITI  भी इंजीनियरिंग के ही छोटे भाई है . 10 th, 11th  साइंस विषय से होने पर आप पोलिटेक्निक और  ITI   कर सकते हैं ,पोलिटेक्निक और  ITI   करने के बाद आप जूनियर इंजीनियरबनते हैं वही इंजीनियर बनने के लिये आपको 12th  साइंस विषय से पास होना अनिवार्य है .आप चाहे पोलिटेक्निक,  ITI  या इंजीनियरिंग करना चाहते हों. आपको (PCM) भौतिकी शास्त्र, रसायन शास्त्र और गणित को अपना सबसे अच्छा मित्र बना लेना है।  इंजीनियरिंग करने के इच्छुक छात्रों को ना सिर्फ 10th ,11th  और 12th कक्षा में साइंस विषय का चयन करना चाहिए वरन क्लास 6th से ही PCM पर पूरी पकड़ बना लेनी चाहिये । अगर आप एग्ज़ाम का Preparation कर रहे है तो, आपको एक समय सारणी के अनुसार करना चाहिए। और आपको अपने कमजोर विषयों पर विशेष जोर भी देना चाहिए, जिस Subject में आप कमजोर है उसे थोड़ा ज्यादा समय दे। साथ ही अपने टाइम टेबल का सम्पूर्ण रूप से पालन करे और मेहनत से पढ़ाई करे।

अब हम बात करते हैं इंजीनियर बनने कि प्रक्रिया .

इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिला के लिए छात्रों को जेईई मेन्स, जेईई एडवांस जैसे प्रवेश परीक्षा को पास करना होता है और उसके प्राप्त रैंक के अनुसार उन्हें कॉलेज आवंटित किया जाता है। यह कोर्स मुख्य रूप से 3 वर्ष का होता है और सफल छात्रों को इंजीनियरिंग की डिग्री मिल जाती है और वो इंजीनियर बन जाते हैं , खयाल रहे अगर आप इंजीनियर बनने का ख्वाब बचपन से पाल रहे हैं तो आपको इसकी तैयारी लगभग 6th क्लास से ही शुरु कर देना है जो आपके सपनों को आसान बना देता है।  जितना लेट आप तैयारी शुरु करेंगे उतना ही आपके सपनें कठिन दिखेगा ,  यही नहीं इंजीनियर बनने के लिए आपका कम्युनिकेशन स्किल्स, इमोशनल इंटेलिजेंस, प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल्स, अटेंशन टू डिटेल स्किल, डिसीज़न मेकिंग स्किल्स अच्छा होना अनिवार्य है।

इंजीनियरिंग में पुलों, सुरंगों, सड़कों, वाहनों और इमारतों सहित मशीनों, संरचनाओं और अन्य वस्तुओं के डिजाइन और निर्माण के लिए वैज्ञानिक सिद्धांतों का उपयोग है। इसलिए, हमारे दैनिक जीवन में इंजीनियरिंग के महत्व को आसानी से समझा जा सकता है।

जब हम इंजीनियरिंग शाखाओं के बारे में बात करते हैं तो सबसे लोकप्रिय सिविल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग और मैकेनिकल इंजीनियरिंग हैं। उनके अलावा, केमिकल इंजीनियरिंग, बायोइंजीनियरिंग, एयरोस्पेस इंजीनियरिंग, मरीन इंजीनियरिंग, कंप्यूटर इंजीनियरिंग, जियोलॉजिकल इंजीनियरिंग, पेट्रोलियम इंजीनियरिंग, वगैरह भी मांग वाली इंजीनियरिंग शाखाएँ हैं। और हां, आज कल आर्टिफिशियल इंजीनियरिंग का अलग क्रेज है,

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान(IIT), बिड़ला प्रौद्योगिकी संस्थान और राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग संस्थान हैं जो इंजीनियरिंग के लिए प्रवेश प्रदान करते हैं।

इंजीनियर बनने के लिए:

  • शिक्षा: 10वीं और 12वीं कक्षा में विज्ञान विषयों (भौतिकी, रसायन शास्त्र और गणित) का चयन करें।
  • प्रवेश परीक्षा: जेईई मेन्स और जेईई एडवांस जैसी प्रवेश परीक्षाओं में सफलता प्राप्त करें।
  • कॉलेज: IIT, NIT, BIT जैसे प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग संस्थानों में प्रवेश प्राप्त करें।
  • डिग्री: 3 वर्ष का इंजीनियरिंग डिग्री कार्यक्रम पूरा करें।

इंजीनियरिंग के लाभ:

  • विभिन्न क्षेत्रों में करियर: सिविल, इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल, कंप्यूटर, एयरोस्पेस, बायोइंजीनियरिंग, आदि
  • उच्च वेतन: इंजीनियरों को प्रतिष्ठित और आकर्षक वेतन मिलता है।
  • नौकरी के अवसर: सरकारी, निजी क्षेत्रों में अनेक नौकरी के अवसर उपलब्ध हैं।
  • नई तकनीकों का ज्ञान: इंजीनियरिंग आपको नवीनतम तकनीकों का ज्ञान और अनुभव प्रदान करती है।
  • समस्या-समाधान कौशल: इंजीनियरिंग आपको जटिल समस्याओं को हल करने की क्षमता प्रदान करती है।
  • रचनात्मकता: इंजीनियरिंग आपको अपनी रचनात्मकता और नवीनता का उपयोग करने का अवसर प्रदान करती है।

इंजीनियर बनने के लिए आवश्यक कौशल:

  • गणित और विज्ञान में रुचि: इंजीनियरिंग गणित और विज्ञान के सिद्धांतों पर आधारित है।
  • समस्या-समाधान कौशल: इंजीनियरों को जटिल समस्याओं को हल करने में सक्षम होना चाहिए।
  • तकनीकी ज्ञान: इंजीनियरों को नवीनतम तकनीकों का ज्ञान होना चाहिए।
  • रचनात्मकता: इंजीनियरों को रचनात्मक और नवीन विचारों का उपयोग करने में सक्षम होना चाहिए।
  • संचार कौशल: इंजीनियरों को प्रभावी ढंग से संवाद करने में सक्षम होना चाहिए।

इंजीनियर बनने के लिए कुछ महत्वपूर्ण सुझाव:

  • प्रारंभिक तैयारी: 6वीं कक्षा से ही PCM विषयों पर ध्यान दें।
  • समय सारणी: अध्ययन के लिए एक निश्चित समय सारणी बनाएं।
  • कमजोर विषयों पर ध्यान: कमजोर विषयों पर विशेष ध्यान दें।
  • मेहनत और लगन: सफलता प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत और लगन आवश्यक है।
  • सकारात्मक सोच: सकारात्मक सोच रखें और अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करें।

इंजीनियरिंग एक चुनौतीपूर्ण लेकिन पुरस्कृत करियर विकल्प है। यदि आप विज्ञान और तकनीक में रुचि रखते हैं, तो इंजीनियरिंग आपके लिए एक आदर्श करियर हो सकता है।

यह जानकारी आपके लिए उपयोगी है?

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